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Rukhsana's story

~Patient themselves speaking

आपका नाम?

रुखसाना

कौन सा कैंसर है?

ब्रेस्ट कैंसर है

कब पता चला?

साल-भर से गांठ थी, पर मैं ऑपरेशन से बहुत डरती थी, तो हमने दिखाया नहीं। जब ज्यादा दर्द करने लग गई, तो फिर चौधरी हॉस्पिटल में जांच करवाई। जांच में कैंसर आ गया। तो फिर हम अहमदाबाद गए और वहां वो सिर्फ बहुत-सारे टेस्ट करते गए। कुछ इलाज नहीं कर रहे थे, और हमें समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है। पर फिर Dr. Rathore का नाम सुना तो यहां आ गए।

तो अभी कौन सा ट्रीटमेंट है?

ऑपरेशन तो हो गया था, और अब कीमो चल रही है

और पैसे कौन देता है?

सब सरकार देती है

अभी जो डॉक्टर कह रहे हैं वोही कर रहे हो?

हाँ, कोई भी और इलाज नहीं कर रहे हैं। सिर्फ Dr. Rathore ने जो कहा, वही कर रहे हैं।

तो घबराहट होती ही है पहले-पहले, उसके बाद कैसा लगा?

दर्द तो लगता ही है, कैंसर के नाम से ही लगता है। सोचा कि मैं बचूंगी या क्या होगा...साइलेंट अटैक से मेरे पति की भी मौत हो गयी थी पहले। मैंने जल्दी-से मेरे बच्चों की भी शादी कर दी, क्योंकि क्या पता बचूंगी या नहीं। हिम्मत तो रखनी ही पड़ेगी

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