
Shahid Akhtar's story
~Patient themselves speaking
आपका नाम?
मेरा नाम शाहिद अख़्तर है।
और कौन सा कैंसर हुआ है?
माउथ कैंसर है।
कब पता चला था इसका?
मुझे करीब चार महीने पहले पता चला।
और आपको कैसे पता चला?
मेरे दांत के ऊपर मसूड़ा सूज गया था, तो उसके लिए मैंने करीब एक महीने तक दांत वाले डॉक्टर से इलाज कराया, लेकिन कोई फ़ायदा नहीं हुआ। फिर मैंने जीबीएच अमेरिकन अस्पताल में मसूड़ा कटवाकर जांच करवाई, तो उसमें पॉज़िटिव कैंसर निकला।
तो अभी तक कहां-कहां से इलाज करवा रहे हैं, या अभी यहीं करवा रहे हैं?
बस यहीं, सरकारी अस्पताल से ही इलाज करवा रहा हूँ, और कहीं से नहीं कर पा रहा।
और आपके इस इलाज का खर्चा सरकार देती है? कोई इंश्योरेंस है?
हाँ, वो सरकार का जो इंश्योरेंस है – मुख्यमंत्री भामाशाह कार्ड – उसी से इलाज हो रहा है।
और क्या आप इलाज के अलावा कुछ और, जैसे आयुर्वेद, आदि भी करते हैं?
हाँ, वो सब भी मुझे बताया गया है।
सही बात है। और आप उन लोगों को क्या कहना चाहेंगे, जिन्हें अभी-अभी कैंसर का पता चला है? कोई सलाह?
हाँ, यही कहूँगा कि इसे दिमाग में मत लाओ कि आपको कैंसर है। अगर इसे दिमाग में रखोगे तो परेशान रहोगे। बस खाओ, पियो, मजे करो और डॉक्टर से इलाज कराते रहो।
और अब आपको कैसा महसूस हो रहा है?
जब पता चला कि मुझे कैंसर है तो थोड़ा डर लगा, लगा कि ये बहुत भयानक बीमारी है, लेकिन फिर मैंने इसे नज़रअंदाज़ किया। मैंने सोचा कि इससे लड़ूंगा तो जीतूंगा।