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N. K. Dashora's story

~Patient themselves speaking

आपका नाम?

एन. के. दशोरा

कौन-सा कैंसर है?

कोलन और लीवर कैंसर

कैसे पता चला, कब पता चला, और कौन सा ट्रीटमेंट चल रहा है अभी?

मैंने डॉक्टर संजय जैन  gastroenterologist को fatty liver की समस्या के लिए दिखाया। उन्होंने दो साल का इलाज दिया। साथ में मुझे सीने में दर्द भी रहता था, तो cardiologist मुकेश शर्मा से बात की। उन्होंने कहा कि CT-Scan करवाओ। CT-Scan में हार्ट में कुछ नहीं आया। पर हार्ट से थोड़ा नीचे भी स्कैन हो गया था, लीवर और पेट का भी। उन्होंने मुझे कहा कि मुझे वापस आना पड़ेगा, क्योंकि नीचे लीवर में एक काला धब्बा आ रहा था। जब मैं वापस आया, तो उन्होंने लीवर के स्कैन करवाए। उसमें उन्होंने कहा कि वो गुच्छा hemangioma का हो सकता है, कैंसर का भी हो सकता है। तो फिर डॉ. जैन से संपर्क किया, तो उन्होंने कहा कि वो गांठ पड़ी रहेगी, कुछ नहीं होगा। उन्होंने कैंसर का टेस्ट नहीं करवाया।

पर दो साल के इलाज से कुछ भी फर्क नहीं हुआ, बल्कि और दर्द हो रहा था। तो फिर मेरी पत्नी ने डॉक्टर को कहा कि वो मुझे CA19-9 टेस्ट दे। उस टेस्ट में मेरे बारह-सौ आए, और नॉर्मल level तीस होता है। इसलिए उसी वक्त मैं अहमदाबाद गया और वहां biopsy करवाई, तो कन्फर्म हो गया कि कैंसर है।

Biopsy में उन्होंने कहा कि advanced Stage 4 cholangiocarcinoma है, और इसका कोई इलाज नहीं है। तो फिर वेदांता हॉस्पिटल में लीवर ट्रांसप्लांट के लिए पूछने गए, पर उन्होंने कहा कि कैंसर बहुत फैल गया है और ट्रांसप्लांट तो नहीं हो सकेगा। ये सब 2015 की बात है।

अंतिम कीमोथेरेपी 2017 में हो गई थी, उसके बाद तो ओरल थेरेपी ही चली (Capegard tablet)। पर फिर अभी तीन महीने पहले मुझे फिर-से भूख कम लगना, और भी लक्षण आये; गालब्लैडर में छोटे काले धब्बे आए, और पानी भी भर गया एक फेफड़े में। तो फिर जब पल्मोनोलॉजिस्ट से टेस्ट करवाए, तो सब नेगेटिव आए। पानी बाहर निकालने के बाद भी सारे टेस्ट नेगेटिव थे।

तो अब मेरी ये समस्या वापस शुरू हो गई है: गैलब्लैडर के पास छोटे धब्बे का size बड़े जा रहा है, पर हर बार जांच में नेगेटिव आ रहा है। उन्होंने सस्पेक्ट किया कि कैंसर हो सकता है; जोखिम लेना नहीं चाहते थे। इसलिए वापस थेरेपी शुरू कर दी है। अब हीमोग्लोबिन, प्लेटलेट्स के levels भी ठीक हैं। रिपोर्ट्स लगभग नॉर्मल आ रही हैं।

मेरी पत्नी साथ में देसी दवाई भी देती है। तुलसी और सदाबहार के पत्तों का रस निकालकर भी लेता हूँ।

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