
Sushila Purohit's story
~Patient's grandson and patient themselves speaking
आपका नाम?
मेरा नाम हर्षित भारद्वाज है।
और मरीज से आपका क्या रिश्ता है?
ये मेरी नानीजी लगती हैं, और इन्हें ब्रेस्ट कैंसर है, सेकंड स्टेज में।
और ये कब पता चला?
ये हमें थोड़े समय पहले ही रिपोर्ट से पता चला। ज़्यादा देर नहीं हुई थी, तो अब इनकी चौथी कीमोथेरेपी चल रही है।
और सिर्फ कीमो चल रही है या कोई और इलाज भी?
नहीं, अभी केवल कीमो ही चल रही है; इससे शरीर की कोशिकाएं (cells) कमजोर होंगी, फिर अगर आगे कुछ और करना हो तो डॉक्टर से सलाह ली जाएगी।
तो अभी आप इसी अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं या कहीं और भी?
फिलहाल तो यहीं इलाज करवा रहे हैं।
इलाज के पैसे आप खुद देते हैं या सरकार देती है?
चिरंजीवी योजना से पैसे आते हैं, लेकिन हम खुद भी थोड़ा खर्च करते हैं।
आपको इस कैंसर के बारे में कैसे पता चला?
[अब मरीज बोल रही हैं] मुझे यहाँ हल्की-सी गाँठ जैसी महसूस हुई, तो मैंने दिखाया था। उन्होंने कहा था कि यह थायरॉइड के कारण हो सकता है और अपने-आप ठीक हो जाएगा। फिर मैंने यहाँ [एमबी हॉस्पिटल] में भी दिखाया, 2019 में। उस समय हाथ में भी गाँठ हो गई थी। फिर अहमदाबाद और राजस्थान हॉस्पिटल में मेरे ऑपरेशन हुए थे। उसके बाद सब ठीक चल रहा था; कीमो भी नहीं लेनी पड़ती थी, बस दिन में दो बार 500mg की कैप्सूल लेनी पड़ती थी। अब इस साल दोबारा पता चला है; हम हर तीन महीने में सोनोग्राफी करवाते थे, लेकिन अब तक कुछ पता नहीं चला था। फिर एक्स-रे भी करवाया। तीन महीने पहले ही फिर से पता चला है।
तो अब आपने फिर से सर्जरी करवाई है क्या?
नहीं, अभी तो सिर्फ कीमो ही चल रही है।
जब आपको दोबारा कैंसर के बारे में पता चला, तो मन में कैसा महसूस हुआ?
टेंशन तो यही हुआ कि हर तीन महीने स्क्रीनिंग करवा रहे थे, फिर भी कैंसर दोबारा हो गया।
क्या आप आयुर्वेद जैसा कोई घरेलू इलाज भी करती हैं?
हाँ, मैं आयुर्वेद भी लेती हूँ।
जिन लोगों को अभी कैंसर का पता चला है, आप उन्हें कोई सलाह देना चाहेंगी?
अब हर व्यक्ति पर अलग-अलग इलाज असर करता है... मुझे डॉक्टर ने सलाह दी थी कि आयुर्वेद भी आज़मा लो, तो वो भी देखा। अब सब ठीक लग रहा है।